प्रतिरक्षा प्रणाली जिसे मेडिकल साइंस में इम्युनिटी कहा जाता है। हिंदी में कहते हैं रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी रोगों से लड़ने की क्षमता। हमारी इम्युनिटी जितनी अधिक मजबूत होगी। उतना ही हम अंदर से स्ट्रॉन्ग और स्वस्थ रह सकेंगे। वैसे भी कोरोना वायरस के प्रचण्ड रूप को देखने के बाद आज दुनियां भर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। हर कोई अपनी इम्युनिटी को लेकर सजग है। अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना चाहता है। ताकि छोटे-मोटे रोग व संक्रमण से बचाव हो सके। एक रिसर्च के अनुसार जिन लोगों की प्रतिरक्षणा प्रणाली कमजोर होती है, उन्हें कोरोना और अन्य बीमारियां होने की संभावना अधिक होती है। अतः अगर आप भी अपनी रोग प्रतिरोघक क्षमता व स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं। अपनी इम्युनिटी को बढ़ाना चाहते हैं, तो यह हिंदी आर्टिकल आपके लिए फायेदमंद साबित हो सकता है।
आइए थोड़ा विस्तार से समझते हैं कि रोग प्रतिरोधक क्षमता (प्रतिरक्षा प्रणाली) क्या होती है?
प्रतिरक्षा प्रणाली क्या है?
रोग प्रतिरोधक क्षमता खास उत्तकों, कोशिकाओं और शरीर के अन्य अंगों का एक समावेश है, जो स्वास्थ्य को हानि पहुंचाने वाले बैक्टीरिया और संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता का अंग्रेजी अनुवाद इम्युनिटी है। जिन लोगों की इम्युनिटी मजबूत होती है, उनके शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति बेहतर होती है। पौष्टिक खानपान व बेहतर लाइफ स्टाइल रोग प्रतिरोधक क्षमता को स्ट्रॉन्ग बनाने में विशेष भूमिका निभाते हैं। कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोग अति शीघ्र बीमार पड़ने लगते हैं। मौसम परिवर्तन होने से इनका स्वास्थ्य शीघ्र ही प्रभावित होने लगता है। बढ़िया खानपान व बेहतर जीवनशैली के द्वारा रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाया जा सकता है।
रोग प्रतिकार शक्ति कैसे बढ़ायें?
उपरोक्त जानकारी के बाद आप भली-भांति परिचित हो गये होंगे कि रोग प्रतिरोधक क्षमता का हमारे जीवन और स्वाथ्य पर कितना सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना आवश्यक है। लेकिन यहां जानने की जरूरत है कि रोग प्रतिकार शक्ति कैसे बढ़ायें। तो बता दें कि अनेकों ऐसे पोषक तत्व हैं, जो हमारी इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने में विशेष भूमिका अदा करते हैं।
आइए जानते हैं और आप भी इन्हें अपने आहार में शामिल करके अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता का बढ़ा सकते हैं।
विटामिन ए
शरीर में विटामिन ए का स्तर बेहतर होने से हमारी इम्युनिटी भी बेहतर होती है। विटामिन ए में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर में सूजनरोधी भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा शरीर को कई प्रकार के रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करने में मदद करते हैं। इसके लिए विटीमिन ए की खपत पूरी होनी चाहिए, ताकि शरीर में कोश्किओं की संख्या में वृद्धि हो सके और आप छोटी-मोटी बीमारियों से सुरक्षित रह सकें। विटामिन ए प्राप्त करने के लिए गाजर, दूध व दूध से बने पदार्थ, दही, पनीर, कद्दू, शकरकंद, आम, पपीता, खरबूज, संतरा, खुबानी आदि को अपने आहार में जरूर शामिल कर सकते हैं।
विटामिन सी
रोग प्रतिकार शक्ति को बढ़ाने के लिए शरीर में विटामिन सी की मात्रा अच्छी होना भी जरूरी है। इसमें उपब्लध एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर को होने वाली हानि और वायरस से सुरक्षा प्रदान करते हैं। विटामिन सी प्राप्त करने के लिए आप पपीता, संतरा, आंवला, नींबू, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, हरी मिर्च और ब्रोकली सेवन कर सकते हैं।
विटामिन डी
एक रिसर्च के अनुसार विटामिन डी श्वास से संबंधित संक्रमण और वायरल संक्रमण को रोकने में लाभकारी साबित हो सकता है। विटामिन डी के मुख्य स्रोत है- सूरज की रोशनी, मशरूम और अंडे की जर्दी।
विटामिन ई
ये विटामिन बॉडी को डिटॉक्सीफाई करके, इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग बनाने में मदद करता है। क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं। विटामिन ई पाने के लिए आप ब्रोकली, शलजम और सोग का सेवन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त विटामिन ई की पूर्ति के लिए आप मूंगफली, गेहूं का बीज, बादाम, जैतून, कीवी, खुबानी और वनस्पति तेल जैसे सूरजमुखी, सोयाबीन और बादाम का तेल प्रयोग कर सकते हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और शरीर में होने वाले नुकसान व वायरस को बाधित करने के लिए आयरन, सेलेनियम, ओमेगा 3, जिंक और प्रोबायोटिक भी लाभकारी होते हैं।
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए क्या खायें?
अपनी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए आपको संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले फल अपने आहार में शामिल कर सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:-
- नींबू
- अनार
- सेब
- आलूबुखारा
- पपीता
- आम
- कीवी आदि।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को सुधारने वाले पेय पदार्थ
- ग्रीन टी
- छाछ
- लस्सी
- फलों का रस
- नारियल पानी
- हल्दी वाला दूध
- पर्याप्त मात्रा में पानी
- आवश्यकतानुसार हल्का गर्म पानी में शहद।
रोग प्रतिकार शक्ति बढ़ाने वाली जड़ी-बूटियां, मसाले व बीज
- लौंग
- अलसी
- लहसुन
- अदरक
- इलायची
- दालचीनी
- मेथी दाना
- काली मिर्च।
उपरोक्त बताये गये जड़ी-बूटियां, मसाले व बीज का प्रयोग आप काढ़ा या सूप तैयार करने में कर सकते हैं। इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि अगर आप पहले से सर्दी, जुकाम या ज्वर से पीड़ित हैं, तो आपको इन चीजों का सेवन करने बचना चाहिए। उपरोक्त जानकरी केवल आपको सलाह मात्र है। इनका अनुसरण व इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।
इम्युनिटी बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवाई
आप अपनी इम्युनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) को बढ़ाने के लिए सूरज हर्बल्स (Suraj Herbals) का आयुर्वेदिक प्रोड्क्ट ‘इमूनोस्योर’’ (ImunOsure) का सेवन करें। शुद्ध जड़ी-बूटियों से निर्मित इस औषधी का सेवन करने से आपके इम्यून सिस्टम में सुधार होता है। आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होने की संभावना बढ़ती है। इस औषधी का नियमित सेवन करने से आप लंबे समय तक स्वस्थ रह सकते हैं। सबसे खास बात कि इस दवा का सेवन करने से साइड इफेक्ट होने की संभावना भी नहीं रहती।
इमूनोस्योर की विशेषताएं (Features of ImunOsure)
- यह बैक्टीरिया और कवक जैसे हानिकारक रोगजनकों के प्रभाव को बेअसर करने में मदद करता है, जो शरीर के अंदर प्रवेश कर चुके हैं।
- बीमारी या एलर्जी के कारण खराब हुई शरीर की पुरानी कोशिकाओं से लड़ने में सहायक है।
- एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल गुणों को बढ़ाने में कारगर है।
- प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक हार्मोन को उत्तेजित करने में मदद करता है।
- इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को खत्म करने में मदद करते हैं।
- लंबे समय तक सर्दी और माइग्रेन की समस्या को दूर करने में मदद करता है।