आज वर्तमान में अन्य रोग की तरह पथरी की समस्या भी आम होती जा रही है। विशेषकर किडनी में स्टोनी की समस्या से काफी लोग परेशान हैं। हमारे शरीर में खून को फिल्टर करने का काम किडनी करता है। बता दें कि यूरेटर की सहायता से आवश्यक मिनरल्स को किडनी को फिल्लर करते समय ब्लैडर तक पहुंचा दिया जाता है। फिर इसे मूत्र त्याग के माध्यम से बाहर निकाल दिया जाता है। इसी प्रक्रिया में जब ये मिनरल्स पूरी तरह बाहर नहीं निकल पाते और खून में सोडियम, कैल्शियम व अन्य मिनरल्स एकत्र होने लगते हैं। ऐसे में इनकी मात्रा बढ़ जाती है। फिर धीरे-धीरे ये किडनी में बारीक पत्थर में परिवर्तिनत हो जाते हैं। जिसके परिणाम स्वरूप ब्लैडर तक यूरिन को पहुंचने में बाधा उत्पन्न होती है। यदि आपको पथरी की समस्या है, तो ऐसे में आपका विशेष आहार योजना का अनुसरण करना चाहिए।
आइए इस हिंदी लेख में जानने का प्रयास करते हैं कि पथरी में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए?
किडनी में स्टोन है तो इन आहार का करें सेवन
फाइबर रिच फूड
किडनी में पथरी की समस्या के दौरान फाइबर रिच फूड का सेवन करना फायदेमंद साबित होता है। पथरी की समस्या होने पर मरीज को फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लो-फैट दुग्न उत्पाद का सेवन करना चाहिए। यूरिक एसिड स्टोन से सुरक्षा प्रदान करने में ताजे फल व सब्जियां अधिक मददार साबित होते हैं। इसके साथ ही प्रतिदिन 2 से 3 लीटर जरूर पीना चाहिए।
अनाज और फलियां
किडनी में पथरी के निर्माण प्रक्रिया को रोकने के लिए अनाज और फलियों का सेवन उत्तम विकल्प है। इसलिए यदि आपको किडनी में स्टोन की समस्या है, तो अनाज और फलियों का सेवन कर सकते हैं। साथ ही आप चाहें तो पिस्ता, सूखे मेवे, मटर, मूंगफली, सोया मिल्क और बादाम का सेवन भी कर सकते हैं।
इन फलों का करे सेवन
पथरी की समस्या से बचाव में आप सेब, संतरा व नींबू का सेवन कर सकते हैं। आड़ू भी पथरी से सुरक्षा प्रदान करने में लाभकारी हो सकता है, क्योंकि आड़ूं, किडनी को मजबूत बनाने में सहायक होता है। जब आड़ू का सेवन करते हैं तो इससे यूरिनरी ब्लैडर की सफाई होती है, जिसके कारण पथरी से सुरक्षा होती है।
तुलसी की पत्तियों का करें सेवन
तुलसी लगभग हर भारतीय घरों में उपल्ब्ध होता है और इसे पवित्र भी माना जाता है। स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से भी तुलसी फायदेमंद होती है। तुलसी की पत्तियों में ऐसे जरूरी औषधीय गुण होते हैं, जो यूरिकर एसिड के स्तर को नियंत्रण करने में सहायक होते हैं। इसी के फलस्वरूप किडनी में पथरी का निर्माण होने से सुरक्षा प्रदान होती है। पथरी को पिघलाने में मदद करने के लिए तुलसी की पत्तियों में ऐसिटिक एसिड मौजूद होता है। इसको सेवन करने की विधि में आप तुलसी के पानी का सेवन कर सकते हैं। या प्रतिदिन 5 से 6 तुलसी की पत्तियों को खा सकते हैं।
पथरी में करें इन चीजों से परहेज
यदि आपको किडनी में स्टोन की समस्या है, तो नीचे दिये गये चीजों से आपको परहेज करना जरूरी है:-
- यदि आप विटामिन सी सप्लीमेंट्स ले रहे हैं और साथ ही आपको पथरी की समस्या भी है। इस स्थिति में आपको विटामिन सी सप्लीमेंट्स की डोज को भारी मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए। पूरे दिन में 60 एमजी से अधिक मात्रा ना लें।
- अगर आपको किडनी स्टोन की प्रॉब्लम है, तो इस स्थिति में आपको सोडियम की डोज को भी भारी मात्रा में नहीं लेना चाहिए। दरअसल सोडियम की अधिक मात्रा शरीर में जाने से यूरिन में कैल्शियम की अधिकता हो जाती है। ऐसे में पथरी के निर्माण की संभावना बढ़ सकती है।
- आप कैल्शियम सप्लीमेंट्स लेना चाहते हैं, तो किडनी की समस्या होने पर अपने चिकित्सक से सम्पर्क अवश्य करें।
- जैसे कि आज किडनी में स्टोन की समस्या प्रचलित है, तो इस स्थिति में प्रोटीन की अधिकता से भी सुरक्षित रहने की जरूरत है। दरअसल जब आप प्रोटीन का अधिक मात्रा में लेते हैं, तो किडनी अधिक कैल्शियम निष्कासित करती है। जिसके कारण किडनी में स्टोन की समस्या बढ़ सकती है।
- किडनी में पथरी की समस्या होने पर भिंडी, शकरकंद, पालक, चकुंदर, चाय, नट्स व चॉकलेट आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। दरसअल इन सब में ऑक्सलेट ज्यादा मात्रा में होता है। जिसके कारण पथरी होने की संभावना बढ़ जाती है।
- आपको पथरी से संबंधित समस्या है, तो आपको शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि मदिरापान का सेवन आपके खून में यूरिक एसिड की मात्रा को बढ़ा देता है, जो किडनी स्टोन का कारण बन सकता है।
- पथरी की समस्या में आपको अधिक मात्रा में मीठे का सेवन भी नहीं करना चाहिए। साथ ही मांस वगैरह भी अधिक सेवन ना करें। बल्कि छोड़ ही दे तो अधिक लाभकारी हो सकता है।
उपरोक्त बताये गये परहेजों का यदि आप अनुसरण करते हैं, तो आप किडनी स्टोन की समस्या से शीघ्र ही छुटकारा पा सकेंगे।
पथरी का दर्द कहां होता है?
कहा जाता है कि पथरी का दर्द बेहद कष्टदायक व कभी-कभार असहनीय भी हो जाता है। लेकिन जो लोग पथरी की समस्या से दूर हैं, वो शायद नहीं जानते हैं, कि पथरी का दर्द कहां होता है। जहां तक बात है कि कितना दर्द होता है, तो बता दें कि ऐसी तुलना की जाती है कि जैसी दर्दनाक स्थिति का सामना एक महिला जब प्रसूति के दौरान करती है। ठीक वैसी ही पीड़ा का अनुभव पथरी के दर्द के दौरान भुक्तभोगी करता है। छोटी व पतली मूत्रवाहिनियों से जब ये स्टोन गुजरता है, तब ये पीड़ा आरम्भ हो जाती है। इसके कारण मूत्रवाहिनियों में बाधा उत्पन्न हो जाती है। जिसका दबाव गुर्दे पर महसूस होने लगता है। इस स्थिति में तंत्रिका प्रभावित होती है और इससे दिमाग को पीड़ा का संकेत मिलना शुरू हो जाता है। बता दें कि किडनी स्टोन का दर्द किसी भी समय हो सकता है। पथरी जब अपना स्थान बदलती है। यानी जब अपनी जगह से दूसरी जगह पर जाना प्रारम्भ करती है, तो उसी के अनुसार दर्द व तीव्रता में भी बदलाव होता है।
पथरी का दर्द आप पीछे की ओर पसलियों के नीचे महसूस कर सकते हैं। जब पथरी अपना स्थान परिवर्तित करती है और मूत्रमार्ग में नीचे की ओर खिसकती है, तो इसके पीड़ा की तीव्रता आपके पेट के नीचे के भाग और लिंग व जांघों वाले हिस्से को भी प्रभावित करती है। बेशक पथरी का आकार बढ़ा हो तो दर्द भी अधिक हो सकता है। लेकिन हर बार ऐसा जरूरी नहीं है, क्योंकि दर्द की तीव्रता हर बार पथरी के आकार पर ही निर्भर नहीं करती है। कई बार छोटी पथरी जब अपना स्थान बदलती है, तो मूत्रवाहिनियों में बाधा उत्पन्न होने के कारण अधिक दर्द हो सकता है।
पथरी के दर्द में तुरन्त आराम पाने के उपाय
इंसान को अब कौन सा रोग सताने लगे, इस विषय में कुछ नहीं कहा जा सकता। कभी मौसम परिवर्तन की वजह से बीमार पड़ जाते हैं। कभी बाहर का अनहेल्दी फूड खा लें तो स्वास्थ्य खराब हो जाता है। हालांकि कुछ बीमारी ऐसी होती है, जो वक्त के साथ स्वयं ही ठीक हो जाती है। वहीं कुछ ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं भी हैं, जो व्यक्ति के जीवन और शरीर का साथ नहीं छोड़तीं। कुछ लोग पथरी की समस्या से भी परेशान रहते हैं। इसमें उठने वाला दर्द बेहद अहसनीय हो जाता है। जिसके उपचार में दवाओं के साथ-साथ कभी-कभी ऑपरेशन तक करवाना पड़ सकता है। लेकिन पथरी के लिए कुछ घरेलू उपाय भी हैं, जिनकी मदद से पथरी के दर्द में तुरन्त राहत पाया जा सकता है। आइए पथरी के दर्द में आराम पाने के कुछ घरेलू उपयों पर चर्चा करते हैं.
नारियल पानी
किडनी स्टोन के दर्द में आराम पाने के लिए नारियल पानी को उत्तम विकल्पा माना जाता है। नारियल पानी में एंटी लिथेजेनिक नामक एक विशेष तत्व मौजूद होता है। इसके अलावा इसमें फाइबन अच्छी मात्रा में मौजूद होता है। इसलिए नियमित रूप से नारियल पानी का सेवन किडनी स्टोन मरीजों के लिए लाभप्रद साबित हो सकता है।
हर्बल चाय
पथरी के दर्द में आराम पाने के लिए आप सुबह-शाम हर्बल चाय का सेवन कर सकते हैं। दरअसल हर्बल टी में ऐसे गुण होते हैं, जो किडनी स्टोन में होने वाले दर्द में तीव्रता से राहत पहुंचाते हैं। साथ ही किडनी स्टोन को बनने से रोकने में भी सहायक हैं।
नींबू पानी
जिन लोगों को किडनी में स्टोन की समस्या है, उन्हें नींबू पानी का सेवन लाभ पहुंचा सकता है। दरअसल नींबू पानी का सेवन गुर्दे की पथरी को बाहर निकालने में मदद कर सकता है। नींबू पानी में मौजूद सिट्रेट नामक तत्व पथरी को तोड़ने में मदद करता है, जिसके कारण मूत्र मार्ग से ये पथरी घुलनशील होकर बाहर निकल सकते हैं। साथ नींबू पानी का सेवन पथरी के दर्द में भी आराम पहुंचाता है।
तुलसी के पत्ते
जो भी लोग किडनी स्टोन यानी पथरी की समस्या से। इसमें होने वाले दर्द में आराम पाना चाहते हैं। ऐसे लोगों को तुलसी के पत्ते बहुत काम के साबित हो सकते हैं। तुलसी की पत्तियों में कई एंटीऑक्सीडेंट और बहुत से गुण होते हैं। इसके अलावा कुछ विशेष तत्व भी होते हैं, जो यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रण रखने में सहायक होते हैं।
किडनी स्टोन की सबसे अच्छी दवाई
आज मार्केट में पथरी व पथरी के दर्द के लिए बहुत सी दवाईयां उपलब्ध हैं। जिनकी मदद से आप किडनी का इलाज प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन ये कितना सुरक्षित और फायदेंद है, इसके बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा जा सकता है। इसलिए आप सूरज हर्बल्स (Suraj Herbals) का भरासेमंद आयुर्वेदिक प्रोड्क्ट ‘स्टोनोस्योर’ (StonOsure) का सेवन करें। किडनी स्टोन के लिए ये एक रामबाण औषधी साबित हो सकती है। क्योंकि इसे दुर्लभ जड़ी-बूटियों से मिलकर बनाया जाता है, जो कि बेहद प्रभावशाल औषधी है। आपको बिना कोई स्वास्थ्य नुकसान पहुंचाये ये औषधी गुर्दे की पथरी को पिघलाकर शरीर से बाहर निकालने में मददगार है। साथ ही पथरी के दर्द में आराम पहुंचाने में भी बेहद कारगर औषधी है।
बता दें कि आप स्टोनोस्योर को पाउडर और कैप्सूल दोनों रूपों में प्राप्त कर सकते हैं। दोनों ही पूर्ण से आयुर्वेदिक व सुरक्षित हैं। साथ ही किडनी स्टोन व दर्द में बेहद कारगर औषधियां हैं।