जॉइंट पेन की आयुर्वेदिक दवा-
Joint Pain, Arthritis Treatment, Jodo Ka Dard
जॉइंट पेन (Joint Pain) यानी जोड़ों के दर्द की समस्या आज किसी एक वर्ग के लिए नही, बल्कि हर वर्ग के लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। जाॅइंट पैन की वजह से उठने-बैठने, चलने-फिरने, खासकर सीढ़ियां चढ़ने-उतरने में बहुत परेशानी होती है। घरेलू या आफिस कोई भी काम हो, हम सही से नहीं कर पाते।
प्रिय पाठकों बता दें कि हमारी बाॅडी के कई ऐसे हिस्से होते हैं, जो हड्डियों के रूप में आपस में जुड़े होते हैं और जब इनमें दर्द उठता है, तो इसे ही जोड़ों का दर्द (Joint Pain) कहते हैं। हमारी बाॅडी के पार्ट कोई भी हो सकते हैं जैसे- कोहनी, बाजू, कंधे, घुटने, कमर, कलाईयां, कूल्हे आदि।
अब इनमें दर्द क्यों होता है, तो इसे सिम्पल या साधारण भाषा में समझाया जाये तो जब हमारी बाॅडी मेें जोड़ों वाले हिस्सों की हड्डियों के बीच की ग्रीस खत्म हो जाती है या बहुत कम हो जाती है, तो हमारी बाॅडी के जोड़ वाले पार्ट सही से काम नहीं कर पाते। इसी कारण हमें उठने-बैठने और शरीर को मोड़ने में तकलीफ होती है।
जॉइंट पेन में राहत के लिए जरूरी नुस्खे
तो चलिए हम बताते हैं कुछ गजब के नुस्खों के बारे में जिन्हें जरूर आजमायें..
1. मेथी के दानों को 10 से 20 ग्राम लेकर अच्छे से पीस लें। इसे पाउडर बनाने के बाद गुनगुने पानी के साथ लेप बनाकर दर्द वाले जोड़ की मालिश करें या कुछ देर के लिए लगाकर रखें। एक से डेढ़ महीना ये नुस्खा करें। दर्द की समस्या खत्म हो जायेगी। मेथी का सेवन तो शरीर में टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए भी किया जाता है।
2. आगे बात करें तो लाल मिर्च के इस्तेमाल से भी जोड़ों के दर्द में आराम पा सकते हैं। दो लाल मिर्च को नारियल के गरम तेल के साथ जोड़ों पर दर्द वाले हिस्से में मलें। फिर इसे 15 मिनट तक ऐसे ही रहने दें और बाद में हटा दें। लेकिन इस बात का भी खास ध्यान रखें कि जले, कटे या छिले वाले हिस्से पर इसे ना लगायें। वरना असहनीय जलन हो सकती है।
3. आगे बात करें हल्दी की, तो हल्दी में भी बहुत से औषधिए गुण होते हैं। एक गिलास गरम दूण्ध में एक चम्मच हल्दी पाउडर और एक ही चम्मच शहद मिलाकर हर रोज सोने से पहले या दिन में भी भोजन के आधे घंटे बाद पी सकते हैं। जोड़ों के दर्द का रामबाण इलाज है।
4. इसके अलावा घर में ही कुछ उपाया या एक्टिविटी कर सकते हैं जैसे- कोशिश करें कि एक ही जगह पर अधिक देर तक न बैठें, चलने-फिरने में आलस न करें, कोई-न-कोई हल्का-फुल्का शारीरिक काम करते रहें, जिससे बोन्स एक्टिव रहे। कुल मिलाकर शरीर को हिलाते-डुलाते रहें। इससे भी काफी हद तक जोड़ों के दर्द में राहत महसूस करेंगे।
तो दोस्तों ऊपर जो भी नुस्खे बताये गये हैं, इन्हें आजमायें। पक्केतौर पर फायदा होगा। ज्यादा तकलीफ है, तो डाॅक्टर से सलाह जरूर लें।