बहुत ही दर्दनाक और परेशानी भरी समस्या होती है बवासीर। आज कई लोग इस समस्या के शिकार हैं। बवासीर की समस्या के लिए जिम्मेदार मुख्य कारण हमारी खराब लाइफ स्टाइल और गलत खानपान को ठहराया गया है। पाइल्स और भंगदर इत्यादि नाम से भी बवासीर को जाना जाना जाता है। ये एक ऐसा रोग है जिसके बारे में चर्चा करने से लोग कतराते हैं। उन्हें झिझक व शर्म महसूस होती है। आयुर्वेद में बवासीर इलाज मौजूद है। लेकिन अपनी शर्म व संकोच के कारण लोग समय पर इलाज कराने से कतराते हैं। परिणाम स्वरूप यह रोग भविष्य में गंभीर रूप धारण लेता है।
क्या आयुर्वेद में बवासीर का सटीक इलाज उलब्ध है?
जी बिल्कुल। आयुर्वेदिक उपचार की मदद से बवासीर की समस्या में पूरी तरह आराम पाया जा सकता है। स्थिति तो तब थोड़ी गंभीर हो जाती है, जब समय रहते इसका इलाज ना कराया जाये। हालांकि आयुर्वेदिक की पंचकर्म पद्धति में आज भी ऐसे पुराने प्रभावशाली इलाज मौजूद हैं, जो पाइल्स के इलाज में पूरी तरह परिपक्व हैं।
बवासीर के स्थाई इलाज में एलोपैथी कितनी कारगर?
चिकित्सा विज्ञान में भरसक प्रयास किये गये हैं बवासीर को पूर्ण रूप से ठीक करने के लिए। मगर एलोपैथी द्वारा इस रोग से पूरी तरह मुक्ति पाने में असफलता ही मिली है। इस स्थिति में केवल एकमात्र विकल्प आयुर्वेद ही शेष बचता है। जोकि बवासीर को प्रभावशाली और स्थाई तरीके से ठीक करने में मदद कर सकता है।
कैसे पता करें कि आपको बवासीर है?
यदि किसी को मल त्यागने से पूर्व या फिर मल त्याग के समय हल्का फुल्का ब्लड आता है या फिर छोटे-छोटे मस्से बनना शुरू हो जाते हैं जो यह लक्षण आपके शुरुआती बवासीर के यदि समय रहते आपने इस बीमारी को पहचान कर इसका उपचार कर लिया तो आप भगंदर जैसी बड़ी बीमारियों से बच सकते हैं।
कैसे जानें कि आपको पाइल्स की समस्या है?
पाइल्स की समस्या को आप शुरूआती लक्षणों से पहचान सकते हैं। जैसे कि अगर आपको शौच करने से पूर्व या शौच के लिए बैठते समय थोड़ा-बहुत खून आता है। या फिर गुदा के अंदर या आसपास छोटे-छोटे मस्से बनना आरंभ हो गये हैं, तो ये बवासीर के शुरूआती लक्षण हैं। समय रहते लक्षणों को पहचान कर बवासीर का इलाज करायें। ताकि आपको आगे चलकर भंगदर जैसी बड़ी बीमारियों का सामना ना करना पड़ें।
पाइल्स का आयुर्वेदिक उपचार
यदि आप बवासीर की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान हैं। तब ऐसी स्थिति में आप आयुर्वेद की शरण में जा सकते हैं। यहां आपको प्रभावशाली और स्थायी समाधान मिलेगा। बवासीर के लिए जिम्मेदार मुख्य कारण पुरानी कब्ज को भी आयुर्वेदिक उपचार की मदद से ठीक किया जा सकता है।
अगर आपको बवासीर की समस्या है। तब आप ये नेचुरल आयुर्वेदिक उपचार करें। रोजाना सुबह उठकर कम से कम 4 से 5 अंजीर का सेवन करना शुरू कर दें। ये आयुर्वेदिक उपाय आपने नियम से 35 से 40 दिन तक करना है। साथ अपने आहार पर भी ध्यान देना है। फाइबर युक्त आहार को ज्यादा सेवन करें। जैसे कि रेशेदार फल, सब्जियां, साबुत अनाज आदि। परहेज में अधिक तेल वाली चीजें ना खायें। ज्यादा तेज मसालेदार भोजन ना करें। शराब, सिगरेट इत्यादि से दूर रहें।
इसके अतिरिक्त आयुर्वेदिक में कई ऐसी जड़ी-बूटियां व दवाईयाँ मौजूद हैं, जिनकी मदद से आप बवासीर को हमेशा के लिए बाय-बाय कह सकते हैं। आपकी पाइल्स की समस्या पूरी तरह ठीक हो सकती है।
बवासीर की सबसे अच्छी आयुर्वेदिक दवा
पाइल्स (बवासीर) की समस्या में पूरी तरह आराम पाने के लिए आप सूरज हर्बल्स (Suraj Herbals) का पाइलोस्योर कैप्सूल (PylOsure Capsule) व पाइलोस्योर पाउडर (PylOsure Powder) का सेवन करें। ये दोनों ही पूरी तरह आयुर्वेदिक हैं, जिनका कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है। दोनों ही आयुर्वेदिक औषधियों को प्राकृतिक चुनिंदा जड़ी-बूटियों के मिश्रण से तैयार किया जाता है। इन औषधियों की मदद से बवासीर की समस्या कुछ ही दिनों में ठीक होना शुरू हो जाती है। धीरे-धीरे पूर्ण आराम मिलता है। इतना ही नहीं, आपको लंबे समय तक स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहने में मदद करती है ये औषधी। मानसिक तनाव में भी कमी लाती है। इसलिए आप पाइलोस्योर आयुर्वेदिक औषधी का सेवन जरूर करके देखें।
पाइलोस्योर की विशेषताएं
ये दोनों ही औषधियाँ (पाइलोस्योर कैप्सूल + पाउडर) बवासीर का रूख ही पलट देती हैं। इतने प्रभावशली तरीके से काम करती है कि आप हैरान रह जाते हैं। पाइलोस्योर के सेवन से पुरानी से पुरानी कब्ज की समस्या ठीक होती है। मल को चिकनाईयुक्त बनने में मदद करती है। जिसके कारण मल त्याग के दौरान मल मुलायम होकर आसानी से बाहर निकल जाता है। आपको अधिक जोर या दबाव लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
इतना ही नहीं इस दवा के सेवन से कब्ज की समस्या के अतिरिक्त शौच नली के संक्रमण में भी आराम मिलता है। गुदा क्षेत्र में दर्द, खुजलि, सूजन व जलन में भी बहुत राहत मिलती है। इसलिए अगर आप बवासीर से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते हैं, तो पाइलोस्योर आयुर्वेदिक औषधी का सेवन जरूर करें।